Bure Waqt Me Koi Sath Nahi Deta Shayari || बुरे वक्त में कोई साथ नहीं देता शायरी
तो दोस्तों आज हम आप लोगों के साथ साझा करने वाले हैं बुरे वक्त में कोई साथ नहीं देता शायरी (Bure Waqt Me Koi Sath Nahi Deta Shayari) का कलेक्शन।
पर जब आप मुसीबत के वक्त में होते हैं तो आपका कोई साथ नहीं देता इस तरह की शायरियां आप पढ़ना चाहते हो या फिर ढूंढ रहे हो तो आप लोग नीचे स्क्रॉल करके जाइए और हमने बुरे वक्त में कोई साथ नहीं देता शायरी का कलेक्शन नीचे दिया है आप लोग पढ़कर सिलेक्ट कर लीजिएगा आपकी मनपसंद शायरी।
बुरे वक्त में कोई साथ नहीं देता शायरी
हम बुरे लोग हैं,
तुम हमारे बुरे वक़्त में काम नहीं आ रहे हो,,
लेकिन हम तुम्हे बुरा वक़्त जरूर दिखयेंगे।
देता नहीं है साथ बुरे वक़्त में कोई,
ताक़त भी हो गई है तन-ए-ज़र से अलग।
Bure Waqt Me Koi Sath Nahi Deta Shayari
किसी के बुरे वक्त में उसका हाथ पकड़ो,
सहारा दो उसे हिम्मत दो।
क्योंकि बुरा वक्त तो थोड़े समय में चला जाएगा,
लेकिन वह आपको दुआ ज़िंदगी भर देते रहेगा।
खुद को आजमाया मैंने मेरे बुरे वक़्त में,
किसने साथ दिए और किसने मुझे छोड़ा।
ये देखा मैंने मेरे बुरे वक़्त में,
अरे पता चल जाता है।
अच्छे अच्छो का उस वक़्त के दौरान,
कौन निकलेगा कमीना और कौन निकलेगा वफादार।
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